
राँची:- इस साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर, 26 जनवरी को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर एक ऐतिहासिक और गर्व का क्षण देखने को मिलेगा, जब झारखंड की छात्राएं पहली बार अपने राज्य का नाम रोशन करेंगी। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के पीएमश्री कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, पटमदा की छात्राओं का बैंड दल राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के लिए चयनित हुआ है। यह पहली बार होगा जब झारखंड की छात्राएं इस प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक परेड में अपनी बैंड प्रस्तुति देंगी।
इस साल देश भर से केवल तीन स्कूलों को राष्ट्रीय परेड में बैंड दल के रूप में भाग लेने का अवसर मिला है, और झारखंड का कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय उन चुनिंदा संस्थानों में से एक है। कुल 25 छात्राएं, जो 8वीं से 12वीं कक्षा तक की हैं, इस बैंड दल का हिस्सा होंगी। ये छात्राएं दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी हैं, जहाँ वे 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर अपनी प्रस्तुति देंगी।
बैंड दल की संरचना और प्रदर्शन
झारखंड की इस टीम में बैंड मास्टर प्रेम राणा, शिक्षिका सारो हांसदा और समन्वयक चंद्रदेव सिंह के नेतृत्व में छात्राएं शामिल होंगी। बैंड दल में पार्वती महतो, आशा लता महतो, पिंकी, कल्याणी महतो, ममता महतो, बसंती महतो, वर्षा रानी मांझी, साधना महतो, सुभद्रा कर्मकार, प्रमिला महतो, रुमा महतो, पूजा रानी महतो, रिया महतो, छाया महतो, सविता महतो, उषारानी सोरेन जैसी छात्राएं प्रमुख हैं, जो अपनी कला का प्रदर्शन करेंगी। यह दल अपनी धुनों से दिल्ली के कर्तव्य पथ पर मौजूद देशवासियों और दुनिया भर से आने वाले दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेगा।
झारखंड शिक्षा विभाग की पहल
राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस परेड में झारखंड की छात्राओं के बैंड दल को शामिल करने के लिए झारखंड शिक्षा विभाग ने 2015 से लगातार प्रयास किए थे। यह बड़ी उपलब्धि राज्य के लिए गौरव का विषय है, क्योंकि इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिए पूरे देश से सिर्फ तीन स्कूलों का चयन हुआ है।
मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री की शुभकामनाएं
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने इस ऐतिहासिक अवसर पर बैंड दल को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह न केवल झारखंड, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है कि झारखंड की बेटियां कर्तव्य पथ पर अपनी बैंड प्रस्तुति देंगी। इस उपलब्धि के लिए मैं बैंड दल की छात्राओं और उनके शिक्षकों को हार्दिक बधाई देता हूँ।”
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने भी इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की और कहा, “यह हमारे राज्य की बेटियों की प्रतिभा का परिचायक है। ये छात्राएं भविष्य में देशभर में अपनी कला का लोहा मनवाएंगी। हमें गर्व है कि हमारे राज्य की छात्राएं कर्तव्य पथ पर देश का सम्मान बढ़ाने के लिए जा रही हैं।”
शिक्षा सचिव ने दिए निर्देश
झारखंड शिक्षा विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह ने भी इस अवसर पर छात्राओं को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, “यह हमारे राज्य के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। हम सुनिश्चित करेंगे कि इन छात्राओं को पूरी तरह से सहयोग और समर्थन मिले ताकि वे इस महत्वपूर्ण अवसर पर अपनी प्रस्तुति में उत्कृष्टता को प्राप्त करें।”
राज्य और देश के लिए गर्व का क्षण
झारखंड के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं के बैंड दल का चयन न केवल राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह उन सभी लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है जो कला, संगीत और सांस्कृतिक गतिविधियों में रुचि रखती हैं। इस दल का हिस्सा बनने वाली छात्राएं आज न केवल अपनी कड़ी मेहनत और संघर्ष की वजह से सफल हुई हैं, बल्कि उन्होंने यह भी साबित कर दिया है कि झारखंड की बेटियां किसी से भी कम नहीं हैं।
इस दल की बैंड प्रस्तुति न केवल गणतंत्र दिवस के परेड में शामिल होने वाले अधिकारियों और नेताओं को आकर्षित करेगी, बल्कि यह उन करोड़ों भारतीयों के दिलों में अपने राज्य और राष्ट्र के प्रति गर्व का एहसास भी पैदा करेगी।
यह घटना यह भी साबित करती है कि देशभर में महिलाओं की भूमिका और उनकी प्रतिभा को पहचानने और सम्मान देने की दिशा में बड़े बदलाव हो रहे हैं। यह गर्व का पल हर उस छात्रा के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को साकार करने के लिए मेहनत कर रही है।
झारखंड की बेटियां कर्तव्य पथ पर अपनी बैंड प्रस्तुति के माध्यम से न केवल राज्य का नाम रोशन करेंगी, बल्कि यह एक ऐतिहासिक अवसर होगा, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। राज्य के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और पूरे राज्य की ओर से उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं। इस प्रदर्शन के माध्यम से ये छात्राएं दिखाएंगी कि झारखंड की बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।