8299c8fb 24a8 4eda 8032 ac48e8c1221a
8299c8fb 24a8 4eda 8032 ac48e8c1221a

धनबाद, 19 जनवरी 2025: उत्पाद विभाग ने धनबाद जिले में एक बड़ी छापेमारी के दौरान मिनी शराब फैक्ट्री का उद्भेदन किया है। यह शराब फैक्ट्री एक ईंट भट्ठा में चल रही थी, जहां अवैध रूप से शराब का निर्माण और पैकिंग की जाती थी। छापेमारी के दौरान विभाग ने भारी मात्रा में बोतल और विभिन्न ब्रांडों की अंग्रेजी शराब बरामद की, जिनकी कीमत लगभग 25 लाख रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा, शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे स्प्रिट, पैकेजिंग के उपकरण और अन्य संबंधित सामग्री भी जब्त की गई है।

इस ऑपरेशन को उत्पाद विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने बखूबी अंजाम दिया, जो राजगंज थाना क्षेत्र के बेलायटांड इलाके में गई थी। इस छापेमारी के बाद अधिकारियों ने 215 पेटी शराब बरामद की, जिन्हें बिहार राज्य में सप्लाई किया जाना था। प्रारंभिक जांच से यह भी सामने आया कि शराब बनाने का कार्य अवैध रूप से किया जा रहा था और यह शराब मुख्य रूप से बिहार भेजने के लिए बनाई जा रही थी।

धनबाद उत्पाद विभाग की टीम को इस बारे में सूचना मिली थी कि ईंट भट्ठे में अवैध शराब निर्माण का धंधा हो रहा है, जिसके बाद इस इलाके में दबिश दी गई और वहां एक मिनी शराब फैक्ट्री का पता चला। इस छापेमारी में भाग लेने वाली पुलिस टीम ने ईंट भट्ठे के अंदर शराब बनाने के सभी उपकरण, पैकिंग सामग्री और भारी मात्रा में शराब बरामद की। यह फैक्ट्री पूरी तरह से अवैध तरीके से चल रही थी और इसमें शराब की तैयार माल को पैक करने का कार्य किया जा रहा था।

मुरारी महतो का नाम आया सामने

छापेमारी के दौरान, शराब निर्माण और वितरण के इस अवैध धंधे में मुख्य रूप से राजगंज थाना क्षेत्र के धावाचिता निवासी मुरारी महतो का नाम सामने आया है। मुरारी महतो का कथित तौर पर इस मिनी शराब फैक्ट्री के संचालन में हाथ था और यह उसकी आपूर्ति और वितरण नेटवर्क के जरिए बिहार में अवैध शराब भेजी जा रही थी। पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम अब मुरारी महतो की गिरफ्तारी के लिए सक्रिय रूप से तलाश कर रही है, और इस मामले में आगे की जांच की जा रही है।

इस छापेमारी से यह भी स्पष्ट होता है कि अवैध शराब कारोबार के नेटवर्क में विभिन्न लोग शामिल होते हैं, जो इस अवैध उद्योग को बढ़ावा दे रहे हैं और इसके जरिए राजस्व की चोरी कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए वे और भी कड़ी कार्रवाई करेंगे, ताकि इलाके में इस प्रकार के अवैध धंधे को समाप्त किया जा सके।

25 लाख रुपये की शराब बरामद

धनबाद जिले में पकड़ी गई शराब की मात्रा काफी बड़ी थी और इसके मूल्य का अनुमान लगभग 25 लाख रुपये लगाया गया है। इसमें विभिन्न प्रकार की अंग्रेजी शराब की बोतलें थीं, जो विभिन्न ब्रांड्स की थीं। शराब की पैकिंग और बोतलिंग के लिए इस्तेमाल किए गए उपकरण भी जब्त किए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, यह फैक्ट्री पूरी तरह से एक ईंट भट्ठे के अंदर छुपकर चल रही थी, जिससे इसके बारे में किसी को भी कोई शक नहीं होता था।

इस छापेमारी के दौरान उत्पाद विभाग ने शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे स्प्रिट को भी बरामद किया, जो अवैध तरीके से तैयार किया जा रहा था। कच्चे स्प्रिट का इस्तेमाल शराब बनाने के लिए किया जाता है और यह एक अवैध रूप से निर्मित पदार्थ है, जो बिना किसी सरकारी नियंत्रण के तैयार किया जाता है। अधिकारियों का कहना है कि इस कच्चे स्प्रिट को बाहर से लाया गया था और इसे पैकिंग के लिए तैयार किया जा रहा था।

बिहार में सप्लाई के लिए शराब निर्माण

यह भी खुलासा हुआ कि यह शराब फैक्ट्री बिहार में अवैध शराब की आपूर्ति करने के लिए संचालित हो रही थी। उत्पाद विभाग के अधिकारियों के अनुसार, शराब की बोतलें तैयार होने के बाद इन्हें बिहार भेजने के लिए पैक किया जाता था। बिहार में शराब पर नियंत्रण की स्थिति को देखते हुए, अवैध शराब का व्यापार तेजी से बढ़ा है और यह शराब की फैक्ट्री बिहार में एक बड़ी तस्करी का हिस्सा थी।

उत्पाद विभाग और पुलिस के अनुसार, यह कार्रवाई अवैध शराब कारोबार के खिलाफ चलाए जा रहे व्यापक अभियान का हिस्सा है। अधिकारियों ने इस तरह के अवैध धंधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का संकल्प लिया है, ताकि राज्य में शराब तस्करी और अवैध शराब व्यापार को रोका जा सके।

आगे की कार्रवाई

उत्पाद विभाग की टीम ने इस अवैध शराब फैक्ट्री से बरामद की गई शराब को जब्त कर लिया है और आगे की जांच जारी है। विभाग अब इस मामले में मुरारी महतो और अन्य संलिप्त लोगों की तलाश कर रहा है। पुलिस ने बताया कि मुरारी महतो के खिलाफ पहले भी अवैध शराब तस्करी के मामलों में आरोप लगाए गए हैं और उसकी गिरफ्तारी के लिए त्वरित कार्रवाई की जा रही है।

धनबाद के पुलिस और उत्पाद विभाग अधिकारियों ने इस मामले में और भी गिरफ्तारियों की संभावना जताई है। इसके अलावा, इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने आसपास के इलाकों में छापेमारी तेज कर दी है और इस अवैध शराब व्यापार के खिलाफ एक बड़े अभियान की शुरुआत की है।

यह मामला इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि अवैध शराब कारोबार के खिलाफ राज्य सरकार की नीतियाँ कितनी प्रभावी हो सकती हैं, जब ऐसे मामलों में समुचित जांच और कार्रवाई की जाती है। अधिकारी इस पर बल दे रहे हैं कि अवैध शराब व्यापार को जड़ से खत्म किया जाए ताकि राज्य में कानून-व्यवस्था बनी रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *